देश की दिग्गज मिल्क कंपनी अमूल और कर्नाटक की मिल्क कंपनी नंदिनी के बीच कारोबार की लड़ाई चल रही है। अब ये लड़ाई राजनीतिक रूप ले चुकी है। अमूल अब कर्नाटक में भी कारोबार करने वाली है। इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर स्थानीय ब्रांड को मारने का आरोप लगाया है।
अमूल ने बुधवार को ही कर्नाटक में एंट्री का ऐलान किया है और कहा कि वो इ-कॉमर्स चैनल्स के जरिए राज्य में दूध और दूध उत्पादों की बिक्री करेगा। इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर हलचल मच गई और हाल ही में #SaveNandini और #GobackAmul जैसे हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे थे। जबसे ये मामला सामने आया है लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ी है।
सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि सरकार अमूल को लेकर पूरी तरह स्पष्ट है। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य में ना केवल मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट्स का उत्पादन बढ़ा है बल्कि किसानों को इंसेटिव भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि KMF की कई डेयरी को कर्नाटक में बीजेपी के शासनकाल में ही स्थापित किया गया है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि अमूल से बेहतर ब्रांड नंदिनी है और प्रदेश के किसानों के हक को हम छिनने नहीं देंगे।