कर्नाटक चुनाव को लेकर भाजपा ने मंगलवार को 189 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिसके बाद बुधवार को लिस्ट में कुछ भाजपा विधायकों के नाम नहीं होने के बाद उनके समर्थकों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
येदियुरप्पा के पुत्र बी वाई विजयेंद्र अपने पिता की पारंपरिक सीट शिकारीपुरा से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि लिस्ट में छह बार के विधायक और पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार को जगह नहीं मिली है। शेट्टार ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उन्हें यह निर्णय स्वीकार नहीं है। इसी के साथ चुनाव से पहले सत्तारूढ़ बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है। हालांकि पार्टी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया है।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी को टिकट देने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद, नेता ने गुरुवार (13 अप्रैल) को अपने भविष्य की योजनाओं को तय करने के लिए अपने समर्थकों की बैठक बुलाई।
लक्ष्मण सावदी, जो बीएस येदियुरप्पा के वफादार हैं, उन्हें येदियुरप्पा के बाद सबसे मजबूत लिंगायत नेताओं में से एक माना जाता था। 2018 के चुनावों में वह कांग्रेस उम्मीदवार महेश कुमटहल्ली से हार गए। 2019 में, वह उन 17 टर्न-कोट विधायकों में से एक थे, जो बीजेपी में शामिल हुए और येदियुरप्पा को सरकार बनाने में मदद की।
भाजपा आलाकमान ने मौजूदा विधायक महेश कुमटहल्ली को टिकट दिया है, लेकिन सावदी को नजरअंदाज कर दिया।