कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधा है। वहीं बीजेपी की ओर से राम माधव ने पलटवार किया है। दरअसल 2021 में जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल रहे सतपाल मलिक ने एक दावा किया था कि उन्हें “अंबानी” से संबंधित फाइलों को पास करने के लिए 300 करोड़ का ऑफर आया था। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी पर निशाना साधा और इसकी जांच की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “अक्टूबर 2021 में सतपाल मलिक ने दावा किया था कि आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने उन्हें ‘अंबानी’ से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। वह उस दौरान जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। सोमवार को एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में सतपाल मलिक ने आरएसएस पदाधिकारी का नाम माधव बताया।”
पवन खेड़ा ने पूछा, ‘सीबीआई या ईडी राम माधव के दरवाजे पर क्यों नहीं दस्तक दे रही है। जबकि एक पूर्व राज्यपाल ने उन्हें बेनकाब कर दिया है।
वहीं इस मुद्दे पर राम माधव ने बड़ा बयान दिया है। राम माधव ने कहा, “ये आरोप पूरी तरह झूठे हैं। सीबीआई ने पहले ही मामले की पूरी जांच कर ली है। मैं बहुत जल्द इन झूठे आरोपों को लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का केस दायर करूंगा।