गौतम अडानी ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से उनके मुंबई स्थित आवास पर मुलाकात की। सूत्रों की माने तो ये मुलाकात तकरीबन दो घंटे तक चली। इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है।
ये मुलाकात शरद पवार के उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि राजनीतिक फायदा उठाने के लिए मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी जैसे उद्योगपतियों पर हमला करना सही नहीं है। अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए विपक्ष केंद्र सरकार से जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की लगातार मांग कर रहा है।
बताते चलें कि 24 जनवरी को अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। इस रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर अकाउंटिंग फ्रॉड और स्टॉक मैनिपुलेशन जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद अडाणी ग्रुप के ज्यादातर स्टॉक 60% से ज्यादा गिर गए थे।
बीते कई दिनों से विपक्ष अडानी पर हमलावर था, लेकीन इस मुलाकात से सबकी अभी तक चुप्पी बंधी हुई है। दरअसल गौतम अडानी मामले में कांग्रेस की मांग है कि संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराई जाए। जिस पर शरद पवार का कहना था कि उनकी पार्टी अदाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जेपीसी कराने की मांग से सहमत नहीं हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका यह रुख विपक्षी एकता के खिलाफ नहीं जाएगा। अब देखना ये होगा की इस मुलाकात का क्या प्रभाव निकल कर सामने आता है।