36 दिनों की लगातार तलाश के बाद खालिस्तान समर्थक नेता और कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह को अब पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसे पुलिस ने पंजाब के मोगा गुरुद्वारे में पकड़ा है। अमृतपाल को असम की डिब्रूगढ़ जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जहां उसके आठ सहयोगी पहले से ही राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत बंद हैं।
अमृतपाल सिंह और उनके संगठन “वारिस पंजाब दे” के सदस्यों को हिरासत में लेने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा 18 मार्च को एक बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की गई थी। पंजाब पुलिस के अनुसार शुक्रवार को अमृतपाल की ब्रिटिश मूल की पत्नी किरणदीप कौर को अमृतसर के श्री गुरु राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया, क्योंकि वह लंदन के लिए उड़ान भरने की कोशिश कर रही थी।
बता दें कि अमृतपाल सिंह पहले दुबई में अपना कारोबार किया करता था। लेकिन उसके बाद वह भारत आ गया और धीरे-धीरे सिख समुदाय के लोगों को भड़काने लगा। उसके समर्थकों ने अजनाला के एक पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था और कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई थी। उसके बाद से ही अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो रही थी।
29 सितंबर 2021 को दीप सिद्धू के नाम से लोकप्रिय संदीप सिंह सिद्धू ने पंजाब के लिए लड़ने और इसकी संस्कृति की रक्षा करने के लिए एक समूह के रूप में ‘वारिस पंजाब दे’ शुरू किया था। 15 फरवरी, 2022 को दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय सुर्खियों में आने वाले दीप सिद्धू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। 29 सितंबर, 2022 को दीप सिद्धू की मौत के कुछ महीनों बाद अमृतपाल सिंह को उनके समर्थकों ने ‘वारिस पंजाब दे’ का चीफ बना दिया।