कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें भूलने की बीमारी हो सकती है। हम उन्हें कांग्रेस राज में हुए भ्रष्टाचार का ब्यौरा भेज देंगे। उन्होंने कहा ‘कुछ मुट्ठी भर ठेकेदार हैं जिन्होंने कुछ साल पहले काम किया था। उन्होंने यह आरोप (40% कमीशन चार्ज का) मेरे मुख्यमंत्री बनने से पहले लगाया था। मैंने उन्हें फोन किया और उनसे सबूत मांगा … लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।” बोम्मई ने इंडिया टुडे कर्नाटक राउंडटेबल 2023 में कहा, “यह सब बहुत राजनीतिक है और विपक्ष द्वारा समर्थित है। उन्हें 40% कमीशन के एक मामले के साथ बाहर आने दें। वहां एक जांच होगी और फिर कार्रवाई की जाएगी।” उन्होनें कहा “कांग्रेस हर चीज में राजनीति देखती है। दूध, पानी और हवा में। वे हताश हैं। मैं इस मुद्दे को लेकर दबाव में नहीं हूं। यहां तक कि लोग भी इसके बारे में चिंतित नहीं हैं।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक जनसभा को संबोधित करते हुए अडानी मुद्दे को उठाया और कहा कि उद्योगपति भ्रष्टाचार का प्रतीक है। उनका यह बयान उन दिनों के बाद आया है जब संसद की कार्यवाही सांसदों के विरोध प्रदर्शन के कारण अडानी समूह के खिलाफ अमेरिका स्थित हिंडरबर्ग रिसर्च द्वारा संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग कर रही थी। गांधी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में सत्ता में आएगी। गांधी ने कहा, “मुझे अयोग्य ठहराओ, मुझे जेल में डाल दो, कुछ भी करो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
गांधी ने ओबीसी समुदाय के प्रति उदासीनता की ओर इशारा किया, जो बड़ी संख्या में मौजूद हैं लेकिन सरकारी नौकरियों में उनका प्रतिनिधित्व कम था।
उन्होंने कहा कि “अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण उनकी जनसंख्या के अनुपात में होना चाहिए,” और केंद्र सरकार को “आरक्षण में 50 प्रतिशत की सीमा हटा देनी चाहिए।”