कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणापत्र में ‘बजरंग दल बैन’ के वादे पर असम मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस एक मुस्लिम कट्टरपंथी पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि अगर आज जिन्ना जिंदा होते तो वे भी ऐसा घोषणा पत्र नहीं बनाते।
वहीं बीजेपी के अन्य नेताओं ने कांग्रेस के घोषणापत्र को कट्टरपंथी मुसलमानों का मैनिफेस्टो करार दिया है। कहा है कि कांग्रेस जिन्ना से भी नीचे गिर चुकी है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “कांग्रेस का आज जारी किया गया घोषणापत्र दिखाता है कि यह पूर्ण रूप से मुस्लिम कट्टरपंथियों का घोषणापत्र है। अगर जिन्ना जिंदा होते तो भी ऐसा घोषणापत्र नहीं बनाते ये मैं इसलिए कह रहा हूं की क्योंकि कांग्रेस के मानसिकता बहुत ज्यादा गिर चुकी है। हमारे गृह मंत्री ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया और अब कांग्रेस कह रही है कि वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे, मुस्लिम आरक्षण को फिर से शुरू करेंगे। कांग्रेस का ये घोषणापत्र पुरी तरह से मुस्लिम फंडामेंटलिस्ट का घोषणा-पत्र है।”
वहीं विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस ने आज बजरंग दल की तुलना देशद्रोही और प्रतिबंधित पीएफआई से कर दी है। देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। बजरंग दल इस चुनौती को स्वीकार करता है और सभी लोकतांत्रिक तरीकों से इसका जवाब देगा।
बताते चलें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा किया कि कर्नाटक में सरकार बनने के बाद बजरंग दल, पीएफआई जैसे संगठनों पर बैन लगाया जाएगा।