प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार को 9 साल पूरे हो चुके हैं। 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। मानवीय संकट के समय, भारत ‘कार्रवाई करने वाले प्रथम राष्ट्र’ के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मानवीय संकट के दौरान प्रयासों के समन्वय के लिए विदेश मंत्रालय में एक विशेष प्रभाग के रूप में त्वरित कार्रवाई प्रकोष्ठ की स्थापना ने आपदा प्रोटोकॉल को और अधिक सहनशील बना दिया है।
भारत ने पिछले 9 वर्षों के दौरान विभिन्न राहत और निकासी अभियान चलाए हैं, जिनमें प्रमुख हैं – ऑपरेशन दोस्त (2023), ऑपरेशन गंगा (2022), ऑपरेशन देवी शक्ति (2021) और मिशन सागर (2021) आदि।
राष्ट्रीय सुरक्षा मोदी सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। आतंक नीति के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाने के साथ-साथ देश में वामपंथी उग्रवाद में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गयी है। आपको मोदी सरकार द्वारा चलाए गए राहत और निकासी कार्य के बारे में बताते हैं:-
1- यूक्रेन 2014-
-1000 छात्र बचाए गए।
2- सीरिया, 2014-
– जुलाई 2014 में ISIS द्वारा बंधक बनाई गई 46 नर्सों को सुरक्षित बचाया गया।
– इराक और सीरिया में संकट के दौरान 7000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया।
3- लीबिया 2014-
-लीबिया में फंसी 40 नर्सों को सुरक्षित घर पहुंचाया गया।
– 3700 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया।
4- यमन 2015-
– यमन में भारत ने अपने नागरिकों को ही नहीं विदेशियों को भी बचाया।
– ऑपरेशन राहत के तहत 4748 भारतीयों के साथ साथ 41 देशों के 1962 विदेशियों को भी बचाया।
5- नेपाल 2015-
– 2015 में आए भूकंप से नेपाल तबाह हो गया था।
– भारत ने ऑपरेशन मैत्री के तहत 5188 भारतीयों के साथ साथ कई विदेशी नागरिकों को भी बचाया।
6- सूडान 2016-
जुलाई 2026 में दक्षिणी सूडान से 153 लोगों को बचाया गया।
7- चीन 2020-
– 2020 की शुरुआत में, जब COVID-19 महामारी सामने आई तो 657 भारतीयों को वुहान से लाया गया।
8- अफ़ग़ानिस्तान 2021-
– अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्जा करने के बाद 550 से अधिक लोगों को वहां से निकला गया।
इसके अलावा भी कुछ रेस्क्यू ऑपरेशन हुए उसके बारे में जानिए:-
1- वंदे भारत मिशन
– कोरोना महामारी के समय बचाव अभियान वंदे भारत मिशन के जरिये 2.17 उड़ानों के माध्यम से 1.83 करोड़ लोगों को वापस लाया गया।
2- ऑपरेशन कावेरी
– युद्धग्रस्त सूडान से 3000 भारतीयों को वापस लाया गया।
– एयरपोर्ट हेल्थ ऑफ़िसर्स द्वारा चलाये जा रहे क्वारंटाइन सेंटर्स में निःशुल्क आवास व भोजन की व्यवस्था।
3- आपरेशन दोस्त
– भूकंप प्रभावित सीरिया और तुर्की में 5,945 टन आपात राहत सामग्री भेजी गई।