ओडिशा के बालासोर में हुआ ट्रेन हादसा भारत के सबसे बड़े रेल हादसों में से एक है। इस हादसे में अभी तक 238 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 900 के करीब लोग घायल हैं। तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हुईं। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रेल की कई बोगियां बुरी तरह से तबाह और क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। उन्होंने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।’’ अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल पहुंच गए हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि ‘रात से ही बचाव अभियान जारी है, सभी शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। जहां पर भी सबसे बेहतर हेल्थ फ़ैसिलिटी होगी वो दी जाएगी। जांच के लिए एक हाई लेवल कमिटी की घोषणा हो चुकी है।
दुर्घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहे हैं। सभी नजदीकी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ की छह टीमें, एसडीआरएफ की चार टीमें, रैपिड एक्शन फोर्स की टीमें, 15 फायर विभाग की टीमें, 30 डॉक्टर, 200 पुलिसकर्मी और 60 के करीब एंबुलेंस घटनास्थल पर मौजूद हैं। वायुसेना की टीम को भी रवाना किया गया है।
हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत शीर्ष नेताओं ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।