ओडिसा रेल दुर्घटना में मृतकों की संख्या 280 के पार पहुंच चुकी है। दक्षिण पूर्व रेलवे से अब तक मिली जानकारी के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है और लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में ले जाया गया है।
ओडिसा में हुए दर्दनाक हादसे के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओडिशा आ रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री हादसे वाली जगह पर जाएंगे। इसके बाद वे बालेश्वर सदर अस्पताल एवं कटक एससीबी मेडिकल कालेज का भी दौरा करेंगे।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी सुबह सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है।
भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। शवों को ट्रैक्टर समेत विभिन्न प्रकार के वाहनों में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
ओडिसा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना कहा कि बालेश्वर जिले के बाहनगा के पास हुए रेल हादसे में घायल करीब चार सौ लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे में कितने लोगों की मृत्यु हुई है, इसकी कन्फर्म संख्या नहीं आयी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोगों को बचाना हमारी प्राथमिकता है। ऐसे में घायलों के इलाज के लिए बालेश्वर स्थित मेडिकल कॉलेज, बालेश्वर जिला मुख्यालय अस्पताल, भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल, जाजपुर जिला मुख्यालय अस्पताल में चिकित्सा के लिए सारे प्रबंध किए गए हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ओडिशा में हुई घातक ट्रेन दुर्घटना पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संदेश में अपनी संवेदना व्यक्त की। भारत में रूसी दूतावास उन्होंने अपने संदेश में लिखा: “इस दुखद दुर्घटना में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।” पुतिन के अलावा जापान, ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों ने भी इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है।