ग्रेटर नोएडा की गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में रविवार को आयोजित “सेव कल्चर सेव इंडिया” कार्यक्रम में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा की आज हमे ये समझना होगा की देखना सब कुछ है लेकिन दिखाना क्या है? हम जो देखते हैं वो महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि अपने बच्चों को क्या दिखाते हैं वो महत्वपूर्ण है। ये कार्यक्रम सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन के फाउंडर उदय महूरकर ने आयोजित किया था जिसमे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक क्षेत्र में अलग अलग तरीके से बेहतरीन काम कर रहे तमाम समाज सेवकों पत्रकारों आदि को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सम्मानित करने के बाद सुमित्रा महाजन ने कहा की ‘आज जिनको पुरस्कृत किया गया है उन्हे कहा गया है सांस्कृतिक योद्धा, और पुरस्कृत करते समय जो स्मृति चिन्ह दिया गया है उसमे वीर शिवाजी और राणा प्रताप की क्षवि है जो की बहुत उचित तरीके से किया गया कार्य है। ये केवल स्मृति चिन्ह नहीं है बल्कि सतत सामने रखने वाला आदर्श चिन्ह अपलोगों को भेंट किया गया है’
उन्होंने आगे कहा की ‘कई बार हमारे मन में भी प्रश्न उठता है की संस्कृति क्या है? आजकल तो बहस करना एक स्वभाव हो गया है, समझते काम हैं बोलते ज्यादा हैं। जिस शब्द के पीछे “स” लगता है उसमे कहीं न कहीं साकर्तमकता होती है, और साकर्तमक कृति जो होती है मेरे हिसाब से वही सास्कृति है’
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा ‘मनुष्य जीवन जो हमे मिला है इससे हैं नर से नारायण बन सकते हैं। सुर और असुर अलग नहीं होते ये हमारे ही भीतर होते हैं बस इसका उपयोग कैसे करना है ये हमारे ऊपर होता है। आज हमे ये समझना है की देखना सब कुछ है लेकिन दिखाना क्या है? मेरे बच्चे को अगर कहीं लेकर जा रही हूं तो मैं उससे ऊंची हूं इसलिए मैं सब देख रही हूं लेकिन मेरे बच्चे को दिखाना क्या है ये मेरे ऊपर है’
सांस्कृतिक योद्धा हुए सम्मानित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘सेव कल्चर सेव इंडिया मिशन’ की वेबसाइट लॉन्च की। इसके अलावा भारतीय संस्कृति की रक्षा करने वाले सांस्कृतिक योद्धाओं को फाउंडेशन की ओर से एक लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सांस्कृतिक योद्धाओं को यह सम्मान सीएम योगी ने दिया। इनमें राष्ट्रवादी पत्रकार प्रदीप भंडारी, स्वच्छ साइबर भारत आंदोलन चलाने वाले अभय शाह, रचनात्मक ब्रांडिंग और ‘एक लड़की’ जैसी बहुचर्चित फिल्म बनाने वाले मनीष प्राणिया, वरिष्ठ लेखिका और पिक्सल की सीईओ वैशाली शाह, फिल्म निर्माता प्रवीण चतुर्वेदी, हिंदू जनजागरण समिति के प्रवक्ता रमेश शिंदे, पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा, जेम्स ऑफ बॉलीवुड आंदोलन चलाने वाले संजीव नेवर, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन शामिल रहे। इसके फाउंडेशन से जुड़े व्यापार और राजस्व सलाहकार उत्तम दवे, उद्योगपति उमेश छज्जे और वरिष्ठ अधिवक्ता अमित सिंह को मुख्यमंत्री योगी ने शाल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष भी रहीं मौजूद
कार्यक्रम में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, संसदीय कार्य तथा औद्योगिक विकास के राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी, लोकनिर्माण विभाग के राज्य मंत्री बृजेश सिंह समेत विश्विद्यालय के शिक्षक और छात्र मौजूद थे।