जन की बात पर आज प्रदीप भंडारी ने इलेक्शन की बात में गुरुवार को पाकिस्तान से आए शरणार्थी हिंदुओं की भारत में स्थिति दिखाई। प्रदीप भंडारी ने पाकिस्तानी हिंदुओं की स्थिति पर लिबरल पत्रकारों को आड़े हाथ लिया। खासकर पत्रकार रवीश कुमार को प्रदीप भंडारी ने चुनौती दी की वो पाकिस्तानी हिंदुओं की स्थिति को दिखाएं और इसके बारे में आवाज उठाकर दिखाएं।
पाकिस्तानी हिंदुओं ने प्रदीप भंडारी को अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया की कैसे पाकिस्तान के अंदर हिंदुओं पर अत्याचार होता है। साथ ही ये भी बताया की कैसे उनकी बच्चियों पर हमेशा बुरी नजर रहती है और कैसे उन्हें उनके मौलिक अधिकारों से वंचित रखा जाता है।
पाकिस्तानी हिंदुओं की स्थिति जानने के बाद प्रदीप भंडारी को देश के लिबरल पत्रकारों पर काफी गुस्सा आया। उन्होंने कहा “ये लेफ्टिस्ट और फ्रॉड लिबरल पत्रकार है। जब पाकिस्तानी हिंदुओं को नागरिकता मिल रही थी तो रवीश कुमार जैसे झूठे पत्रकार इसका विरोध कर रहे थे। मैं इन फ्रॉड लोगों को चैलेंज करता हूं की ये लोग ग्राउंड पर आएं और सच्चाई देखें।
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा की “अगर यही हिंदुओं की जगह कोई मुस्लिम होते जिनपर हिंदुओं ने अत्याचार किया होता तो ये लोग सड़कों पर धरना करने लगते, चक्का जाम कर देते। इन लिबरल लोगों को दिक्कत ये है की इस देश में पाकिस्तानी हिंदुओं को शरण दी जा रही है. इन लोगों को दिक्कत ये है की समानता के नाम पर ये लोग अल्पसंख्यकों की बात करते हैं। तुष्टिकरण की बात करते हैं। यही वजह है की आज तक पाकिस्तानी हिंदुओं को इस तरह रहना पड़ रहा है”