प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ट्विट कर भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि एक सशक्त भारत के निर्माण के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया और उनके आदर्श एवं सिद्धांत देश की हर पीढ़ी को प्रेरणा देते रहेंगे।
बताते चलें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी आजाद भारत में बनने वाली पहली सरकार में केंद्रीय मंत्री थे लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से मतभेद के कारण उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मुखर्जी ने वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी जिसका विलय आगे चलकर आपातकाल के खिलाफ बनी विपक्षी दलों की एकता के मद्देनजर जनता पार्टी में किया गया और आगे चलकर यही 1980 में भारतीय जनता पार्टी बना।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने के विरोध में आंदोलन चलाते हुए यह नारा भी दिया था कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि एकता और अखंडता के लिए उन्होंने जो योगदान दिया है, उसके लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। शाह ने एक ट्वीट में कहा श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपने जीवन से सिखाया कि राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ नहीं होता।