पिछले महीने रिलीज हुई फिल्म अदिपुरुष को लेकर पूरे देश में विवाद हुआ। फिल्म के डायलॉग्स को लेकर दर्शकों ने फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत और लेखक मनोज मुंतशिर को जमकर खरी खोटी सुनाई। फिल्म को लेकर हुए विवाद के बाद लेखक मनोज मुंतशिर ने पहले तो खूब सफाई देने की कोशिश की। लेकिन अंत में हारकर उन्हें माफी मांगनी ही पड़ी।
मनोज मुंतशित ने माना की फिल्म अदिपुरुष से जन भावनाएं आहत हुई हैं। जिसके लिए उन्होंने हाथ जोड़कर सभी से माफी मांगी है। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर डाले गए एक पोस्ट में मनोज ने लिखा “मैं स्वीकार करता हूं कि फिल्म अदिपुरुष से जन भावनाएं आहत हुई हैं। अपने सभी भाइयों – बहनों, बड़ों, पूज्य साधु – संतों और श्री राम के भक्तों से मैं हाथ जोड़कर, बिना शर्त माफी मांगता हूं।
भगवान बजरंग बली हम सब पर कृपा करें, हमें एक और अटूट रहकर अपने पवित्र सनातन और महान देश की सेवा करने की शक्ति दें।”
लोग बोले- चलो देर आए दुरुस्त आए
मनोज मुंतशिर की पोस्ट पर लोगों ने कई तरह की प्रतिक्रिया दी है। एक ने कहा कि चलो, देर आये दुरुस्त आये। बजरंगबली आपको शक्ति दें। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि कभी-कभी ऐसा होता है कि अच्छे लोग भी भटक जाते हैं। लेकिन आपका माफी मांगना यह साबित करता है कि भले ही आपसे किसी कारणवश गलती हुई हो, लेकिन आप सच्चे सनातनी हैं। जय श्री राम। भगवान राम आपको आशीर्वाद दें।
ओम राउत द्वारा निर्देशित आदिपुरुष महाकाव्य रामायण पर आधारित फिल्म है। आलोचकों से लेकर समीक्षकों तक कई लोगों ने फिल्म के कुछ संवादों पर नाराजगी जाहिर की। उनमें ‘मरेगा बेटे, ‘बुआ का बगीचा हैं क्या’ और ‘जलेगी तेरे बाप की’ जैसे डायलॉग्स शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा विवाद
ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और लेखक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए फिल्म का प्रमाणपत्र रद्द करने का निर्देश देने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। न्यू आगरा के एक थाने में वकीलों ने फिल्म का विरोध किया था और शिकायत भी दर्ज कराई थी।