पश्चिम बंगाल में आज पंचायत चुनाव के लिए मतदान जारी है, और दुसरी तरफ हिंसा भी जारी है। टीएमसी ने हिंसा के लिए केंद्रीय बलों को दोषी ठहराया है। टीएमसी का आरोप है कि केंद्रीय बलों के इशारे पर हिंसा हो रही है और पोलिंग बूथ लूटे जा रहे हैं।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अपने एक ट्वीट में इस हिंसा का ज़िक्र करते हुए केंद्रीय बलों की कार्यकुशलता पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि आख़िर केंद्रीय बलों की तैनाती के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर हिंसा क्यों हो रही है?
वहीं चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के विभिन्न इलाक़ों से बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और मतदान केंद्रों पर क़ब्जे की शिकायतें मिल रही हैं। इलाके में तैनात राज्य पुलिस और केंद्रीय बल के जवान परिस्थिति पर काबू पाने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।
हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मुर्शिदाबाद में तीन लोगों की हत्या हुई है तो वहीं, कूचबिहार में एक हत्या की घटना सामने आई है। मालदा, हुगली,24 परगना और रामपुर में भी ज्यादा हिंसा हुई है।
पश्चिम बंगाल में शनिवार यानी आज 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 5 टीएमसी और एक बीजेपी वर्कर है। कई लोग घायल भी हुए हैं। पोलिंग बूथ पर आगजनी और बैलेट पेपर लूटने की भी खबरें हैं। राज्य मे पंचायत चुनाव की घोषणा 8 जून को हुई थी। तब से लेकर 7 जुलाई तक राज्य में कई हिंसक झड़पें हुईं। इसमें 18 लोगों की मौत हो चुकी है। सुरक्षा के लिहाज से पूरे प्रदेश में 1.35 लाख जवानों को तैनात किया गया है।