पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर मतदान जारी है। मतदान के दौरान शांति को बहाल करने के लिए राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। बावजूद इसके कई इलाकों में हिंसा की खबर है। कूचबिहार और मुर्शिदाबाद में टीएमसी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प के साथ राज्य में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के कई इलाकों स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव सुबह 7 बजे जैसे ही शुरू हुआ, बड़े स्तर पर हिंसा की घटनाएं की खबर आने लगी। राज्य में ग्राम पंचायत, जिला परिषद व पंचायत समिति की करीब 74,000 सीटों के लिए मतदान जारी है। कई जिलों से हिंसा और बूथ लूटने जैसी खबरें आ रही है। मुर्शिदाबाद व कूचबिहार में मतदान शुरू होते ही बड़े स्तर पर हिंसा हुई।
कूचबिहार में भाजपा के पोलिंग एजेंट की हत्या कर दी गई। इसके बाद कई मतदान केंद्र में तोड़फोड़ व आगजनी हुई। कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर चुनाव के लिए 822 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती के बावजूद वोटिंग शुरू होने से एक रात पहले से अब तक हिंसा में 8 लोगों की मौत की खबर है। जबकि कई लोगों के बमबारी और गोलीबारी में जख्मी हुए। मुर्शिदाबाद के रानीनगर में माकपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम के निवासियों ने चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है। उन्होंने टीएमसी पर बूथ कैपचरिंग का आरोप लगाया। उत्तर 24 परगना के बासुदेबपुर में मतदान केंद्र का दौरा करते समय आज राज्यपाल सीवी आनंद बोस को कुछ सीपीआई (एम) उम्मीदवारों ने रोक लिया।
उन्होंने राज्यपाल को अपनी समस्याएं बताई। मुर्शिदाबाद के रेजीनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बेलडांगा दो ब्लाक में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता यासीन शेख और डोमकल में कांग्रेस कार्यकर्ता शाहबुद्दीन शेख की हत्या कर दी गई है। मालदा जिले में भी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबर है। बता दें कि आठ जुलाई यानी आज मतदान होने की घोषणा से पहले चुनावी हिंसा में कुल 27 लोग मारे जा चुके हैं। वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी।