2024 लोकसभा चुनाव से पहले यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) का मुद्दा गरमाया हुआ है। पीएम मोदी द्वारा यूसीसी लागू करने की बात किए जाने के बाद विपक्ष लगातार यूसीसी का विरोध कर रहा है। इसी कड़ी में आज AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात की। ओवैसी ने केसीआर से आग्रह किया की वो यूसीसी का विरोध करें।
केसीआर से मुलाकात के बाद ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा “हमने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात की और उनसे भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तावित यूसीसी पर चर्चा की। हमने सीएम को बताया कि यह न केवल मुस्लिम मुद्दा है बल्कि ईसाई मुद्दा भी है। यह देश की सुंदरता और संस्कृति को नष्ट कर देगा। यदि यूसीसी लागू किया जाएगा तो देश का बहुलवाद समाप्त हो जाएगा जो अच्छी बात नहीं है।
ओवैसी ने आगे कहा की “पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस को बहुलवाद पसंद नहीं है। जो हमारे देश की खूबसूरती है। सीएम केसीआर ने हमें आश्वासन दिया है कि वे यूसीसी का विरोध करेंगे। हम सीएम जगन मोहन रेड्डी से भी इसका विरोध करने की अपील करेंगे। सीएम केसीआर के साथ कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।”
अब देखने वाली बात ये होगी की क्या इस मुलाकात के बाद केसीआर यूसीसी का विरोध करेंगे या नहीं। ओवैसी से पहले AIMPLB (ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड) का एक डेलिगेशन भी यूसीसी के मुद्दे को लेकर केसीआर से मुलाकात कर चुका है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी शुरूआत से ही समान नागरिक संहिता का समर्थन करती आई है। उसके चुनावी घोषणा पत्र में यह मुद्दा राम मंदिर, धारा 370 के साथ प्रमुखता से रहा है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है और धारा 370 को पहले ही समाप्त किया जा चुका है। अब बारी यूसीसी को लागू करने की है। कई सियासी पंडितों का मानना है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी सरकार यूसीसी लागू कर सकती है।