पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव से पहले से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में पंचायत चुनाव मतगणना के बाद भी हिंसा का तांडव जारी है। चुनाव परिणाम के बाद की हिंसा की आग में बंगाल फिर से जलने लगा है। दक्षिण 24 परगना एक बार फिर बमबारी और गोलीबारी से थर्रा उठा है।
दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में आईएसएफ और पुलिस के बीच संघर्ष में दो आईएसएफ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है। वहीं रायदिघी में एक टीएसमी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। हालात, इतने खराब हैं कि उपद्रवियों की गोली का शिकार खुद एडिशनल एसपी बन गए हैं।
पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों के बाद हिंसा की एक और घटना सामने आई है। मंगलवार को मतगणना शुरू होने से लेकर अभी तक कुल तीन लोगों की हत्या कर दी गई है। दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में आईएसएफ और पुलिस के बीच संघर्ष में दो आईएसएफ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है जबकि रायदिघी में एक टीएसमी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है।
चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर दक्षिण 24 परगना का कंथालिया इलाका मंगलवार रात से ही गरमाया हुआ है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में आईएसएफ के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। सोमवार सुबह से ही इलाके में पुलिस की तगड़ी गश्त शुरू हो गयी है। आरोपियों की गिरफ्तारी जारी है। पंचायत चुनाव शुरू होने से लेकर अभी तक राज्य में 46 लोग अपनी जान गंवा चुके है।
पुलिस के मुताबिक एक खास राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने उन पर हमला किया। बम और गोलियों की आवाज से दहशत फैल गई। आंसू गैस के गोले छोड़े जाते हैं। लेकिन स्थिति नहीं बदली है। जवाब दिया कि पुलिस ने फायरिंग कर दी। उनके कई कार्यकर्ता घायल हो गए। हसन अली नाम के छब्बीस वर्षीय मजदूर की मौत हो गई है। हिंसा के दौरान हाथ में गोली लागने से एडिशनल एसपी घायल हो गए।