अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कसना शुरू कर दी है. एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने के लिए डोर टू डोर कैंपेन के साथ-साथ कई तरह के अभियानों पर एक साथ काम कर रही है वहीं विपक्षी पार्टी भी एकजूट हो कर बीजेपी को हराने की कोशिश में लगे है.
पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में कुल 17 पॉलिटिकल पार्टीज ने हिस्सा लिया था. लेकिन इस बार सोनिया गांधी की चाल कुछ अलग है. इस बार की बैठक में कुल 24 दलों को बुलावा भेजा गया है.
बैठक बेंगलुरु के पांच सितारा होटल में 17 जुलाई की शाम 6 से 8 तक होगी. बैठक के बाद सीएम सिद्धरामैया की तरफ से डिनर रखा गया है. अगले दिन सुबह 11 बजे से 4 बजे तक महत्वपूर्ण मंथन होगा. बैठक के बाद सभी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. खास बात यह है कि इस बैठक के दौरान कांग्रेस चेयरपर्सन सभी दलों के नेताओं को रात्रिभोज पर आमंत्रित करेंगी. अब बता दें कि इस बार बैठक में कुल 24 राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है. यानी मिशन 2024 से पहले 24 दलों की घेराबंदी शुरू हो रही है. सोनिया गांधी इसी डिनर डिप्लोमेसी में आगे की रणनीति पर चर्चा भी करेंगी.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सोनिया गांधी इस रात्रिभोज में कांग्रेस नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए माहौल तैयार करने की कोशिश कर सकती हैं. इसमें राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा बनाने पर भी चर्चा हो सकती है और उनकी लोकसभा सदस्यता समेत अन्य मुद्दों को 2024 से पहले तैयार करने की रणनीति पर भी चर्चा संभव है. पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में कुल 17 पॉलिटिकल पार्टीज ने हिस्सा लिया था. लेकिन इस बार सोनिया गांधी की चाल कुछ अलग है. इस बार की बैठक में कुल 24 दलों को बुलावा भेजा गया है.