बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने नीतीश सरकार पर आरोप लागते हुए कहा है कि पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला पूर्व नियोजित था। 13 जुलाई को बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटना या यूं कहें कि जान से मारने की योजना पहले से बनाई गई थी। अचानक विरोध का रूट बदला गया और आंसू गैस छोड़ी गई , पानी की बौछार और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया गया।
बीजेपी ने बिहार में पार्टी नेताओं के एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए अत्यधिक बल के इस्तेमाल की जांच के लिए शुक्रवार को सांसदों की चार सदस्यीय समिति गठित की। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि बृहस्पतिवार को पुलिस लाठीचार्ज में उसके एक सदस्य विजय सिंह की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए।
वहीं एसएसपी राजीव मिश्रा ने जारी किए गए बयान में कहा कि विजय सिंह के साथी भरत प्रसाद चंद्रवंशी के बयान के आधार पर इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है। इससे यह पता चला है कि विजय सिंह दोपहर में एक बजकर 22 मिनट पर गांधी मैदान के जेपी गोलंबर से निबंधन कार्यालय छज्जूबाग की तरफ जा रहे हैं जो डाकबंगला रोड से अलग है।
उन्होंने कहा है कि इससे यह स्पष्ट होता है की विजय सिंह की मृत्यु पुलिस के लाठीचार्ज से नहीं हुई है। उनके शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं पाए गए हैं। मृत्यु का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।