प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नए नाम INDIA पर तंज कसा और कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया था और इंडियन मुजाहिदीन में भी इंडियन है लेकिन सिर्फ इंडिया नाम रखने से इंडिया नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन है,और विपक्ष का नाम बदल लेने से जनता झांसे में नहीं आने वाली। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर यह जोरदार हमला बीजेपी संसदीय दल की बैठक में बोला।
वहीं पीएम मोदी के तंज पर पलटवार करते हुए विपक्ष ने भी हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा, “हम मणिपुर के बारे में बात कर रहे हैं, जो जल रहा है लेकिन प्रधान मंत्री ईस्ट इंडिया कंपनीके बारे में बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत का मतलब ईस्ट इंडिया कंपनी है, आप मणिपुर में हो रही बर्बरता व भयावह हिंसा पर संसद में कब बयान देंगे? मणिपुर के लोगों के घावों में मरहम लगाकर, वहां शान्ति कब बहाल करेंगे? विपक्ष देश को दिशा दे रहा है।प्रधानमंत्री खुद ही दिशाहीन हो गए हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के इंडिया पर दिए बयान पीएम मोदी आप हमें चाहे जो बुलाएं, हम इंडिया हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि ये साफ है कि प्रधानमंत्री 26 पार्टियों वाले भारत से बहुत परेशान हैं।
सुप्रिया श्रीनेत ने ट्विटर पर कहा कि विपक्ष को कोसते-कोसते प्रधानमंत्री मोदी इंडिया को ही भला बुरा कहने लग गये? पीएम मोदी के बयान पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा,एक बात साफ है, अपनी घटिया ट्रोल आर्मी को निर्देश आप ही देते हैं। विपक्ष दिशाभ्रमित नहीं है,आप नैतिक दिवालियेपन के शिकार हैं।
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, इंडिया ने प्रधानमंत्री जी को नरभसा दिया है। कैसे संभालें, कैसे मुक़ाबला करें। उनके समझ की बत्ती यहां गुल हो गई है। इसलिए इंडिया में कभी उनको ईस्ट इंडिया कंपनी तो कभी इंडियन मुजाहिद्दीन दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा मोदी जी की दिमाग़ी हालत साबित कर रहा है कि इंडिया की मोदी जी पर पहली जीत तो हो गई। हर विषय पर प्रवचनी अंदाज़ में ज्ञान बघारने वाले मोदी जी के ज्ञान की बत्ती को इंडिया ने बुझने के कगार पर पहुंचा दिया है।
तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा ये बड़ी ही शर्मनाक बात है कि मजबूत विपक्ष के डर को छुपाने की कोशिश में उन्होंने इंडिया की तुलना एक चरमपंथी संगठन से कर दी।
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा ये बड़े दुख की बात है कि प्रधानमंत्री हमारे देश इंडिया की तुलना चरमपंथी संगठन से कर रहे हैं।
बताते चलें कि मणिपुर में हिंसा को लेकर संसद में लगातार हंगामा हो रहा है। सत्र के तीन दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। आज चौथा दिन है और लोकसभा की कार्यवाही को हंगामे के चलते 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा, वहीं राज्यसभा में भी लगातार हंगामा हो रहा है। मणिपुर पर चर्चा के नियम और प्रधानमंत्री के जवाब को लेकर पेच फंसा हुआ है। विपक्ष संसद के अंदर प्रधानमंत्री से बयान की मांग पर अड़ा है तो सरकार का कहना है कि इस मामले पर गृह मंत्री बयान देंगे ना कि प्रधानमंत्री।