हिंदू विरोधी बॉलीवुड फिल्मों का खुलासा और उसका विरोध करने वाली संस्था “जेम्स ऑफ बॉलीवुड” ने फिल्म “Oh My God-2” की रिलीज रोकने की मांग की है। संस्था ने अपनी 5 मांगे रखते हुए फिल्म न रिलीज करने की मांग की। साथ ही एक पेटिशन साइन करने का अभियान भी चलाया।
11 अगस्त को रिलीज होने जा रही अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी अभिनीत फिल्म “ओह माई गॉड 2” अपने ट्रेलर रिलीज होने के बाद से विवादों में है। ऐसे आरोप लग रहे हैं की फिल्म में हिंदू धर्म के देवी देवताओं का अपमान किया गया है। ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी बॉलीवुड फिल्म पर इस तरह के आरोप लगे हों। हाल ही में रिलीज हुई प्रभास स्टारर फिल्म “अदिपुरुष” पर भी हिंदू मान्यताओं और प्रभु श्री राम और हनुमाना का अपमान करने के आरोप लगे थे। जिसके बाद लोगों का गुस्सा देखते हुए फिल्म निर्माताओं और लेखक को जनता से माफी मांगनी पड़ी थी।
इसी कड़ी में अब “जेम्स ऑफ बॉलीवुड” ने फिल्म “ओह माई गॉड 2” के खिलाफ एक पेटिशन साइन करने की मुहिम चलाई है। इस पेटिशन में फिल्म न रिलीज करे जाने की मांग की है। इसके साथ ही संस्था ने अपनी 5 मांगे भी रखी हैं।
Request all to sign this petition to @MIB_India to stop release of #OMG2 of @akshaykumar in theatres and OTT.
The film drags Bhagwan Shiva in Saawan Maas to sermonize on mast*rbation to school kids.
They do this ONLY with Hinduism, again and again. https://t.co/VmIvZ1DNbb pic.twitter.com/qs4rUa4lJb
— Gems of Bollywood बॉलीवुड के रत्न (@GemsOfBollywood) July 31, 2023
संस्था ने ट्वीट करते हुए कहा “सभी से अनुरोध है कि सिनेमाघरों और ओटीटी में अक्षय कुमार की OMG-2 की रिलीज को रोकने के लिए इन्फोर्मेशन और ब्रॉडकास्ट मंत्रालय (MIB INDIA) को लिखित इस याचिका पर हस्ताक्षर करें। फिल्म में भगवान शिव को सावन मास में स्कूली बच्चों को हस्तमैथुन का उपदेश देते हुए दिखाया गया है। ऐसा वे बार-बार सिर्फ हिंदू धर्म के साथ ही करते हैं।”
रखी 5 मांगें
जेम्स ऑफ बॉलीवुड ने अपनी 5 मांगें भी रखी हैं जो इस प्रकार हैं…
1. इस फिल्म की ओटीटी या सिनेमाघरों में रिलीज रोकी जाए
2. संतों और हिंदू विद्वानों के पैनल द्वारा हिंदू आस्था पर आधारित किसी भी फिल्म के मूल्यांकन के लिए एक मैकेनिज्म बनाया जाए
3. फिल्म को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, भले ही वे शिव के ढोंग को शिवदूत से बदल दें
4. धार्मिक स्थानों पर फिल्मों की शूटिंग की अनुमति तब तक नहीं दी जाए, जब तक विद्वानों और संतों के पैनल द्वारा स्क्रीनप्ले पूर्व-अनुमोदित (pre approved) न हो। यह मंदिर को नियंत्रित करने वाले सरकारी अधिकारियों द्वारा तय नहीं किया जा सकता है
5. हिंदू धर्म को और अधिक निशाना बनाने की अनुमति न दी जाए