हरियाणा के मेवात और नूंह में दो समुदायों के बीच जबरदस्त बवाल हुआ। दोनों समुदाय ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थर चलाए। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की। मेवात में भगवा यात्रा के दौरान बवाल हुआ और हंगामा इतना बढ़ा कि पत्थर के साथ साथ गोली भी चली, इस पथराव और हिंसा में 3 लोगों की मौत हो चुकी है, 5 से ज्यादा लोग घायल हैं , 100 से ज्यादा गाडियां जलाई जा चुकी हैं। नूंह हिंसा में दो होमगार्डस और एक नागरिक की मौत हो गई। 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसा अब गुरुग्राम तक फैल गई है। सोहना में भी आगजनी हुई है।
बताते चलें कि नूंह जिले के मेवात में बीते सोमवार दोपहर को हिंदू संगठनों की ओर से नूंह में ब्रजमंडल क्षेत्र की जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा हो गई। इस दौरान दो गुट के बीच पथराव हो गया। सबसे पहले हिंसा नूंह के खेड़ला चौक के पास सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे शुरू हुई, जब विशेष समुदाय के दो सौ से अधिक युवकों ने हमला बोल दिया। यात्रा में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के लोग भी शामिल थे।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ओर से लोगों को यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। गुरुग्राम से दो हजार, रेवाड़ी से करीब पांच सौ और अन्य जिला को मिलाकर करीब पांच हजार लोग यात्रा में शामिल हुए थे। नलहड़ मंदिर परिसर में लगभग 5000 हजार लोग थे। इनमें सबसे ज्यादा महिलाएं थी।
हिंसा की मुख्य वजह बजरंग दल के कार्यकर्ता मानेसर के रहने वाले मोनू की रविवार रात प्रसारित हुई एक वीडियो फिर उसके बाद कुछ विशेष समुदाय के युवाओं की ओर से प्रसारित वीडियो बताई जा रही है। भरतपुर जिला के नासिर और जुनैद हत्याकांड में मोनू को नामजद किया गया था। उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है, और वीडियो में चुनौती दी थी कि वह नूंह से निकलने वाली यात्रा में शामिल होगा। गोस्तकरों का पक्ष लेने वाले उसका कुछ हीं बिगाड़ पाएंगे। उसके जवाब में वीडियो प्रसारित किए गए थे। हिंसा में शामिल युवाओं ने हमला करने की तैयारी कर रखी थी।