चंद्रयान-3 ने बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है और अब 4 दिन बाद यानी पांचवें दिन 23 अगस्त का इंतजार है। इस दिन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग होगी.
इसरो ने बीते गुरुवार दोपहर चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को लैंडर और रोवर से अलग कर दिया। अब यह चंद्रमा की कक्षा में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स की स्टडी करेगा। लैंडर मॉड्यूल में लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं जो अब एक ऐसी कक्षा में उतरने के लिए तैयार है जिससे यह चंद्रमा की सतह के और करीब आ जाएगा।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग अगले बुधवार को शाम 5.47 बजे निर्धारित है। वहीं आज शाम लैंडर मॉड्यूल के भारतीय समयानुसार शाम करीब चार बजे डीबूस्टिंग से गुजरते हुए चंद्रमा की कक्षा में थोड़ा और नीचे आने की उम्मीद है।
बताते चलें कि प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो चुके लैंडर मॉड्यूल को आज चंद्रमा की ऐसी कक्षा में स्थापित किया जाएगा जहां से चंद्रमा से उसकी सबसे कम दूरी करीब 30 किलोमीटर होगी। फिर अगले 5 दिनों तक लैंडर धीरे-धीरे चंद्रमा के चारों तरफ घूमता रहेगा। इसी ऑर्बिट में चंद्रमा का चक्कर लगाते हुए लैंडर मॉडयूल 23 अगस्त को मून पर लैंड करेगा।