सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ने आंकड़ा जारी करते हुए कहा है की भारत की ग्रामीण बेरोजगारी दर सितंबर में 12 महीने के निचले स्तर 6.20% पर गिर गई और इसमें ये गिरवाट लगातार बढ़ेगी। ग्रामीण में काम करने वाले श्रमिकों की कमाई भी बढ़ रही है।
जबकि नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण की वार्षिक रिपोर्ट से यह पता चला है की 2022-23 के जुलाई-जून में ग्रामीण भारत में बेरोजगारी दर भी पांच वर्षों में सबसे कम 2.4% थी। यह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अच्छा संकेत है।
हालाँकि नियमित श्रमिकों की मासिक आय वृद्धि आकस्मिक श्रमिकों के विपरीत है, जिनकी मासिक आय में अप्रैल-जून में साल-दर-साल 5.2% की मामूली वृद्धि दर देखी गई थी ,जो पिछले पांच वर्षों में दूसरी सबसे कम है।
जिस तिमाही में देशव्यापी तालाबंदी लागू की गई थी, ग्रामीण आकस्मिक श्रमिकों की मासिक आय में वृद्धि घटकर 2.2% हो गई थी, लेकिन बाद के दो वर्षों में, वृद्धि क्रमशः 11.2% और 16.1% तक बढ़ गई।