फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ने भारत में अपने नाए जा रहे अपने एक संयंत्र में कम से कम एक बिलियन डॉलर का निवेश करने की मंजूरी हासिल कर ली है। इस संयंत्र में एपल के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। यह संयंत्र चीन से अलग एक हब बनाने की कंपनी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्थापित किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से बताया गया है कि दुनिया की सबसे बड़ी आईफोन असेंबलर ने बेंगलुरु हवाई अड्डे के पास 300 एकड़ की साइट के लिए पहले निर्धारित 1.6 अरब डॉलर के अलावा उक्त राशि को खर्च करने की योजना बनाई है।
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फॉक्सकॉन के संयंत्र में एपल के डिवाइसेस को विकसित करने की अतिरिक्त क्षमता होगी, इन डिवाइसेस में संभवत: आईफोन भी शामिल होगा।
हाल ही में अनुमोदित खर्च के अलावे ताइवानी फर्म ने संयंत्र की स्थापना के लिए लगभग 2.7 अरब डॉलर अलग रखे हैं जो कंपनी को भारत में कंपनी को अपनी विनिर्माण क्षमताओं का केंद्र बिंदु स्थापित करने में मदद करेगी। बता दें कि हाल के दिनों में फॉक्सकॉन और उसके जैसी अन्य कंपनियां चीन दूर अपनी क्षमताओं के विस्तार की योजना पर कर रही हैं क्योंकि चीन आर्थिक मंदी में फंसा हुआ है और अमेरिका के साथ भी उसका तनाव चल रहा है।
एपल की सबसे महत्वपूर्ण विनिर्माण साझेदार फॉक्सकॉन ने इस साल कम से कम एक बार संयंत्र के लिए बजट में इजाफा किया है। यह अभियान कंपनी की ओर से 2023 की शुरुआत में कर्नाटक के दक्षिणी तकनीकी केंद्र में स्थित परिसर में सिर्फ 700 मिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना के साथ शुरू हुआ।
हालांकि नए निवेश का बड़ा हिस्सा एपल के उत्पाद तैयार करने पर खर्च किया जाएगा, लेकिन कयास इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि फॉक्सकॉन इलेक्ट्रिक वाहन से जुड़े उपकरणों व अन्य घटकों को बनाने के उद्देश्य से धन और संयंत्र के एक हिस्से का उपयोग कर सकता है।