FPI का मासिक निवेश दिसंबर में 3 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। एफपीआई का प्रवाह पीछले 3 वर्षों में किसी भी किसी भी महीने से सबसे अधिक रहा।
जो वैश्विक प्रतिस्पर्धायों के बीच भारतीय शेयर बाजार की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। साल में चार और कारोबारी सत्र शेष हैं। दिसम्बर 2023 संभावित रूप से एफपीआइ खरीदारी का मासिक रिकॉर्ड बना सकता है।
बताते चलें कि एफपीआई ने बीते नवंबर में अपनी बिक्री का सिलसिला पलटने के बाद दिसंबर में उत्साह के साथ शुरुआत की थी, जिससे भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार उभरे।
अमेरिकी ट्रेजरी पैदावार में गिरावट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दरें बढ़ाने के बढ़ते दांव के बीच डॉलर में नरमी ने भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी फंड प्रवाह को गति दी थी।