भारत के रियल एस्टेट बाजार ने सर्वकालिक उच्च बिक्री दर्ज की, क्योंकि बीते छह साल में कीमतों में उछाल और उच्चतम ब्याज दरों के बावजूद घर खरीदारों ने सौदे किए।
रियल एस्टेट बाजार विशेषज्ञों का दृढ़ विश्वास है कि उच्च आर्थिक विकास और गृह ऋण ब्याज दर में गिरावट की उम्मीदों के कारण मांग न केवल 2024 में बनी रहेगी बल्कि धीमी गति से ही सही, और बढ़ेगी।
बताते चलें कि रियल एस्टेट उद्योग में मात्रा और मूल्य दोनों के संदर्भ में आवासीय संपत्तियों की रिकॉर्ड बिक्री देखी गई, बाजार के आंकड़ों से पता चला है कि उपभोक्ता तेजी से घर के स्वामित्व के विचार को कोविड महामारी के बाद खरीद रहे हैं।
रियल एस्टेट बाजार से संदिग्ध डेवलपर्स को बाहर करने से घर खरीदारों के बीच विश्वास बढ़ाने में मदद मिली। दिवाला कानून ने भी डिफॉल्टर बिल्डरों को खत्म करने में भूमिका निभाई है।