स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में इंदौर ने एक बार फिर परचम लहरा दिया है। स्वच्छता सर्वेक्षण के सबसे स्वच्छ शहर में इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से स्थान मिला। इंदौर को सातवीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का खिताब मिला है। इंदौर को गारबेज फ्री सिटी में सेवन स्टार रेटिंग मिली है। दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपर्दी मुर्मू ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्पमित्र को सम्मानित किया।
जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने इंदौर के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीतने पर खुशी जताई है। उन्होंने लिखा, “मेरे शहर इंदौर ने लगातार 7वीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता है, इसलिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जनभागीदारी’ के दृष्टिकोण से प्रेरित स्वच्छता के इस अनूठे सार्वजनिक आंदोलन में शामिल होने के लिए इंदौर के प्रत्येक नागरिक की सराहना करता हूं। जब हमने 8 साल पहले जिला प्रशासन को उसके प्रयासों में समर्थन देने के लिए ‘एक कूड़ेदान अभियान’ शुरू किया था, तो अपना योगदान देकर मुझे खुशी हुई।”
As my city Indore bags the cleanest city for 7th time in a row, I commend every citizen of Indore for joining in this unique public movement of cleanliness inspired by PM @narendramodi vision of 'Jan Bhagidari'.
Happy to do my bit when we began 'Gift a dustbin campaign' 8… https://t.co/ZBmByv1cAs
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) January 11, 2024
प्रदीप भंडारी ने आगे लिखा, “आज जब हम इंदौरियों ने लगातार 7वीं बार कीर्तिमान स्थापित किया है तो यह भी महत्वपूर्ण है कि अधिकारी ढिलाई न बरतें और लगातार 8वीं बार यह टैग हासिल करें।”
प्रदीप भंडारी ने अक्टूबर 2015 को भी याद किया जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में अपना योगदान देकर इंदौरवासियों को डस्टबिन बांटा था। बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत यह पहला साल था और प्रदीप भंडारी ने तब से ही इंदौर की सफाई का विशेष ख्याल रखा।