वीर सावरकर को लेकर विपक्ष कई तरह की भ्रांतियां फैलाता रहता है। वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सीआईसी रहे उदय माहुरकर ने एक बार फिर से प्राच्याम प्लेटफॉर्म पर तथ्य के साथ वीर सावरकर की गाथा बताई है।
उदय माहुरकर ने कहा कि वीर सावरकर कभी गांधी के कामों को फॉलो नहीं करते थे, वह छत्रपति शिवाजी महाराज को मानते थे। उन्होंने कहा, “वीर सावरकर को ब्रिटिश 1909 से ही अपना दुश्मन नंबर वन मानते थे। सावरकर के हिंदुत्व का मतलब देश के हिंदू समाज के दुख दर्द को जानने का मतलब था। सावरकर ने साफ कहा था कि अल्पसंख्यक के नाम पर देश के अंदर देश नहीं बनना चाहिए।
उदय माहुरकर ने आगे कहा, “अगर सावरकर की नेशन फर्स्ट की थ्योरी को भारत की नई पीढ़ी के बीच ले जाए तो सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है, भ्रष्टाचार का भी। अगर पिछले 75 सालों में भारत को एक जगह पर मात खानी पड़ी है तो वह राष्ट्रीय सुरक्षा और सावरकर ने इसकी करीब 80 साल पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी।
Was Savarkar really a Mafiveer, or was he the Biggest Enemy of British?
Indiclass on Veer Savarkar by Shri Uday Mahurkar Ji!
Trailer out Now🔥 pic.twitter.com/tzDSRgjARw
— Prachyam (@prachyam7) January 23, 2024
उदय माहुरकर ने कहा कि अगर एक लाइन में हमको सावरकर को डिस्क्राइब करना हो तो मैं यही कहूंगा कि सावरकर फादर ऑफ नेशनल सिक्योरिटी थे, अगर गांधी फादर ऑफ द नेशन है।