भारत और नेपाल के केंद्रीय बैंकों ने गुरुवार को दोनों देशों के तेज भुगतान प्रणालियों भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) और नेपाल के राष्ट्रीय भुगतान इंटरफेस (एनपीआई) के एकीकरण की शर्तों पर हस्ताक्षर किए। यूपीआई और एनपीआई के एकीकरण का उद्देश्य भारत और नेपाल के बीच सीमा पार से पैसों के लेन-देन को सुविधाजनक बनाना है। इसकी मदद से दोनों प्रणालियों के उपयोगकर्ता त्वरित और कम लागत के साथ फंड ट्रांसफर करने में सक्षम होंगे।
आरबीआई ने इस बारे में एक बयान में कहा कि यूपीआई और एनपीआई जैसी तेज भुगतान प्रणालियों के जुड़ने से भारतीय रिज़र्व बैंक और नेपाल राष्ट्र बैंक के बीच सहयोग और वित्तीय कनेक्टिविटी और गहरा होगा। यह दोनों देशों के बीच स्थायी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करेगा। केंद्रीय बैंकों के बीच संदर्भ की शर्तों पर हस्ताक्षर होने के बाद, UPI और NPI को इंटरलिंक करने के लिए आवश्यक प्रणाली को इस्तेमाल में लाया जाएगा। आरबीआई ने कहा कि यूपीआई-एनपीआई लिंकेज की औपचारिक रूप से शुरुआत भविष्य में किसी और दिन की जाएगी।
आरबीआई ने कहा कि यूपीआई-एनपीआई लिंकेज की औपचारिक रूप से शुरुआत भविष्य में किसी और दिन की जाएगी। यह सहयोग श्रीलंका, मॉरीशस और फ्रांस जैसे देशों में इसी तरह की पहल के बाद क्षेत्रीय वित्तीय एकीकरण की दिशा में एक और कदम है, जहां भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली, यूपीआई को सक्षम किया गया है।