गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2004-14 की तुलना में 2014-23 के दशक में वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत की गिरावट आई है। मौतों की संख्या 69 प्रतिशत घटकर छह हजार 35 से एक हजार 868 हो गई है। इसी अवधि में वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं 14 हजार 862 से घटकर 7 हजार 128 रह गईं।
हाल में ही गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने नक्सलवाद पर अंकुश लगाने के लिए आक्रामक कार्यनीति अपनाई है। सोशल मीडिया पर पोस्ट में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वामपंथी उग्रवाद पर प्रहार के परिणामस्वरूप, यह आज अंतिम सांसे ले रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा के बुनियादी ढांचे का निर्माण कर वहां के गरीबों का दिल जीत लिया है।
गृहमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी नीतियों के कारण, वामपंथी उग्रवाद ने अपनी प्रजनन भूमि खो दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास और सुरक्षा के समग्र दृष्टिकोण के साथ नक्सलवाद पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समग्र विकास के लिए राज्य सरकारों को साथ लेकर लोगों का विश्वास जीता है।