चालू वित्त वर्ष में गैर-बासमती चावल के निर्यात में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। गैर -बासमती चावल का निर्यात बीते चार वित्त वर्ष में सबसे कम रह सकता है। इसकी वजह चावल के दाम नियंत्रित करने घरेलू बाजार में आपूर्ति बढ़ाने के लिए कुछ गैर बासमती चावल के निर्यात पर लगाई गई पाबंदी है। बताते चलें कि गैर बासमती चावल के उलट विदेशों में भारतीय बासमती चावल की मांग बढ़ रही है। जिससे इस चावल के निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कृषि और प्रोसेस्ड खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जनवरी में 91.26 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ, जबकि पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 145.65 लाख टन था। इस तरह चालू वित्त वर्ष के 10 महीने में गैर बासमती चावल के निर्यात में 37.34 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है।