घरेलू इक्विटी बाजारों ने एक बार फिर चौथे सबसे बड़े वैश्विक बाजार का टैग हासिल करने के लिए हांगकांग को पीछे छोड़ दिया है। चुनाव परिणाम वाले दिन के निचले स्तर से बाजार में तेज उछाल के बाद भारत का बाजार पूंजीकरण 10% बढ़कर 5.2 ट्रिलियन डॉलर या 435 ट्रिलियन रुपए हो गया है।
बताते चलें कि जनवरी में पहली बार भारत ने हांगकांग के बाजार मूल्य को पीछे छोड़ दिया। चूंकि उनके बाजार मूल्य कई बार एक दूसरे से टकरा चुके हैं।
वहीं इस साल के सबसे कम $4.3 ट्रिलियन से बीजिंग से नीति समर्थन उपायों की एक सतत धारा के दौरान हांगकांग और चीन के शेयरों में उछाल के बीच हांगकांग का बाजार पूंजीकरण 27% तक बढ़ गया।
हालांकि वर्तमान में हांगकांग का बाजार भारत के लिए 20 गुना की तुलना में लगभग 9 के 12 महीने के फॉरवर्ड प्राइस-टू-अर्निंग मल्टीपल पर कारोबार करता है। प्राइस-टू-बुक आधार पर भारत 3 गुना पर कारोबार करता है, जबकि हांगकांग सिर्फ एक गुना पर कारोबार करता है।