भारत में भीषण गर्मी के कारण बिजली की रिकॉर्ड मांग को पूरा करने के लिए भारत ने मई में एक वर्ष पहले की तुलना में 15.06% अधिक बिजली का उत्पादन किया। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की मासिक रिपोर्ट के अनुसार इस महीने में कुल बिजली उत्पादन 167.55 बिलियन यूनिट रहा, जबकि एक साल पहले यह 145.61 बिलियन यूनिट था।
बताते चलें कि 30 मई को बिजली की मांग 250GW के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई, क्योंकि उत्तर भारत में लंबे समय तक गर्मी की वजह से मई और जून के अधिकांश दिनों में बिजली की मांग बढ़ी रही। 2024-25 में बिजली की अधिकतम मांग 260GW तक पहुंचने का अनुमान है।
ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को अधिकतम बिजली की मांग 207.18 गीगावाट थी।
बिजली मंत्रालय ने पहले ही घरेलू कोयला आधारित संयंत्रों को सितंबर तक 6% आयातित कोयले को मिलाने का निर्देश दिया है ताकि निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। हालांकि, मानसून के दौरान जलविद्युत उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है। वहीं मई में बड़ी पनबिजली परियोजनाओं से बिजली उत्पादन 9.92% बढ़कर 11.62 बिलियन यूनिट हो गया।