राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव नागपुर में धूमधाम के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजन किया। कार्यक्रम में इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ के राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। मोहन भागवत ने इस अवसर पर सभी देशवासियों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया। आरएसएस का यह उत्सव हर साल की तरह इस बार भी सांस्कृतिक और धार्मिक उत्साह के साथ मनाया गया।
दुनिया में चल रहे संघर्ष को लेकर मोहन भागवत ने कहा, “इजरायल के साथ हमास के साथ युद्ध में कौन-कौन झुलसेगा और इससे कौन से संकट पैदा होंगे, इसकी चिंता सबको है। अपना देश आगे बढ़ रहा है। हम तकनीक के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे सब क्षेत्रों में भारत आगे बढ़ रहा है। समाज की समझदारी भी बढ़ रही है। सारी दुनिया में भारत की साख बढ़ी है। हमारा योग सारी दुनिया में एक फैशन बनता जा राह है। उसके शास्त्र और परिणाम को भी दुनिया स्वीकार कर रही है।”
मोहन भागवत ने आगे कहा कि दुर्बल रहना अपराध है, हिंदू समाज को ये समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित और संगठित होकर ही आप किसी चीज का मुकाबला कर सकते हैं। अगर असंगठित रहते हैं, तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।