प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी ब्राजील यात्रा से पहले भारत और ब्राजील के बीच रक्षा सहयोग को लेकर अहम संकेत मिले हैं। विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और पूर्व एंबेसडर पी. कुमारन ने सोमवार को जानकारी दी कि ब्राजील ने भारत के आकाश एयर डिफेंस सिस्टम और गरुड़ आर्टिलरी गन सहित कई स्वदेशी रक्षा प्लेटफॉर्म में रुचि दिखाई है।
पी. कुमारन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “ब्राजील के साथ रक्षा सहयोग को बढ़ाने को लेकर चर्चाएं होंगी। इसमें संयुक्त अनुसंधान, तकनीक साझा करना और सैन्य प्रशिक्षण का आदान-प्रदान जैसे विषय शामिल हैं।” उन्होंने कहा कि ब्राजील की प्राथमिकताओं में सुरक्षित युद्ध संचार प्रणाली,ऑफशोर पेट्रोल वेसल्स (OPVs), और स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के रखरखाव के लिए साझेदारी भी शामिल है। इसके अलावा, ब्राजील भारतीय ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली, तटीय निगरानी प्रणाली, और गरुड़ तोप प्रणाली को लेकर भी गंभीर है।
आकाश मिसाइल प्रणाली, DRDO द्वारा विकसित एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसकी रेंज 25 से 45 किलोमीटर है और यह 20 किलोमीटर तक ऊंचाई वाले लक्ष्यों को भेद सकती है। इसका प्रयोग ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोकने में सफलतापूर्वक किया गया था।