कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार देश में बढ़ता ही जा रहा है। एक के बाद एक लोक डॉन के बाद भी देश में कोरोना रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
देश की राज्य व केंद्र सरकार लगातार निरंतर कठोर प्रयासों के बाद भी कोरोना को रोकने में कहीं ना कहीं मुश्किलों का सामना करती दिखाई दे रही है।
इस समय देश के अंदर कुल covid-19 मरीजों की संख्या 198000 से अधिक जा चुकी है। उसके बाद अब सरकार ने अनलॉक की स्थिति बनाते हुए देश को अब पटरी पर लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
अब तक विश्व मे 62 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। वहीं इस घातक वायरस ने दुनियाभर में 3.75 लाख से ज्यादा मरीजों की जान ले ली है।
लेकिन इसी बीच एक बड़ी गंभीर और चिंताजनक बात सामने आ रही है। जिसमें मरीजों का कोरोना टेस्ट कराने पर निगेटिव आ रहा है लेकिन असल में वे कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। ऐसे साइलेंट कोरोना केस की वजह से अनजाने में ही ये मरीज लोगों के बीच कोरोना संक्रमण को फैला रहे हैं।
कितनी तरह से होता कोरोना (covid-19)टेस्ट
फिलहाल कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए दो मुख्य प्रकार के टेस्ट किए जा रहे हैं। पहला RT-PCR Test और दूसरा Antibody Tests, RT-PCR Test यानी Reverse-transcription Polymerase Chain reaction tests आदर्श हालातों में बहुत बेहतर नतीजे देते हैं। RT-PCR Test मॉलीक्यूलर टेस्ट है जिसमें नाक और मुंह के पिछले हिस्से से Swabs लिए जाते हैं, जबकि antibody test में ब्लड सैंपल्स कलेक्ट किए जाते हैं।