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जानिए कैसे बड़े पैमाने पर भारत को बदनाम करने की साजिश रची गई?

नितेश दूबे, जन की बात

आपको बता दें कि फरवरी महीने में जब ट्रंप भारत दौरे पर थे तो दिल्ली में भयानक दंगा हुआ था। जिसमें कई लोगों की जान भी गई थी और पुलिस कर्मी भी इस हमले में शहीद हुए थे। इस दंगे को भड़काने का आरोप आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन पर लगा था। ताहिर हुसैन समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर भी की गई थी। अब दिल्ली पुलिस ने दिल्ली दंगों की चार्जशीट काकड़डूमा कोर्ट में दाखिल कर दी है।

ताहिर हुसैन की साज़िश

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने 1030 पन्नों की चार्जशीट दिल्ली के करकरडूमा कोर्ट में दाखिल की है।इसमें 70 गवाह भी बनाए गए हैं। पुलिस के अनुसार पूर्वी दिल्ली में दंगों का मास्टरमाइंड आम आदमी पार्टी का नेता ताहिर हुसैन था। उसी ने दंगे को लेकर के 1 करोड़ 30 लाख रुपए से अधिक की फंडिंग भी की थी। पुलिस ने ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को भी दंगों के आरोप में गिरफ्तार किया है और आरोपी बनाया गया है।

चार्जशीट के मुताबिक दंगों के दिन ताहिर हुसैन अपने घर पर ही मौजूद था। उसने ही पूरा प्लान बनाया था कि जब डोनाल्ड ट्रंप भारत आएंगे। तब दिल्ली में दंगों को भड़काया जाएगा ताकि इसका संदेश पूरी दुनिया में जाए। ताहिर हुसैन ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से भी मुलाकात की थी। ताहिर हुसैन ने उमर खालिद के साथ भी मुलाकात की थी।

क्राइम ब्रांच ने ताहिर हुसैन सहित 15 लोगों को दिल्ली के चांदबाग में दंगों का आरोपी बनाया है।

जब दंगों पर काबू पा लिया गया था उस दौरान जब मीडिया ताहिर हुसैन के घर पर पहुंची थी। तब उसके घर के पास से पेट्रोल बम भारी मात्रा में ,पत्थर और अन्य घातक हथियार बरामद हुए थे। जो कि ताहिर हुसैन के दंगों में शामिल होने की ओर इशारा करते थे।

पिजरातोड़ ग्रुप भी शामिल

आपको बता दें कि दिल्ली दंगों में पिंजरातोड़ संगठन भी शामिल था। पुलिस ने नताशा नरवल और देवांगना कलिता को भी गिरफ्तार किया है। यह लोग पिंजरा तोड़ कि सक्रिय सदस्य थी। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार पिजड़ातोड़ ग्रुप जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास हुए दंगों का मास्टरमाइंड है। इसके साथ ही इंडिया अगेंस्ट हेट नामक एक ग्रुप उमर खालिद ने बनाया था। इसमें भी यह दोनों महिलाएं सदस्य थी। दंगों में महिलाओं की क्या भूमिका रहेगी वह व्हाट्सएप के जरिए इसी ग्रुप में बताए जाते थे और यह महिलाएं उसी को फॉलो करती थी।

जन की बात ने भी कि थी पड़ताल

आपको बता दें कि दिल्ली के दंगों के बाद जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी ने भी वहां पर जाकर ग्राउंड रिपोर्टिंग की थी और वहां की पड़ताल की थी। इस दौरान हमने ग्राउंड रिपोर्टिंग में ताहिर हुसैन के छत से पेट्रोल बम और भारी संख्या में पत्थर भी पाए थे। उसके घर के अगल-बगल के लोग भी कह रहे थे उसी के घर से पेट्रोल बम और पत्थर बरसाए जा रहे थे। आपको बता दें कि उसके लाइन में लगभग सारे घरों को जला दिया गया था या सारे घर क्षतिग्रस्त हुए थे लेकिन उसका घर सुरक्षित था।

 

Pic courtesy- uday bulletin

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Sombir Sharma
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Sombir Sharma - Journalist

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