दीपांशु, जन की बात
दिन प्रतिदिन चीनी आप टिक टॉक को बैन करने की बात बढ़ती ही जा रही है। देखा जाए तो पहले टिक टॉक सिर्फ मनोरंजन के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब tik-tok का इस्तेमाल बिल्कुल उल्टा दिखाई देने लगा है। कहीं किसी वीडियो में लड़की के ऊपर एसिड फेकने वाली वीडियो तो कहीं रेपिस्ट वाली वीडियो tik-tok पर काफी ज्यादा वायरल होने लगी है।
वहीं इस एप्लिकेशन के कारण दिन प्रतिदिन मानव के जीवन में सबसे सुंदर शब्द संस्कृति जो धीरे – धीरे इस एप्लिकेशन के कारण खत्म होते दिख रही है। जिससे कहीं ना कहीं अपराध की दुनिया को इससे बढ़ावा ही मिल रहा है । अगर देखा जाए तो इस इस बीमारी से दुनिया के करीब 1 अरब से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। भारत में Tik Tok के यूजर की संख्या करीब 25 करोड़ है।पिछले एक साल में देश में टिक टॉक यूजर्स में 33.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
टिक टॉक एप्लिकेशन की 7 कमियां –
1. इसमें कोई Dislike का बटन नहीं है.
2. कंटेंट में ज्ञान और मनोरंजन की बातें कम बल्कि भड़काऊ और अपराध को बढ़ावा देने जैसे ज्यादा कंटेंट है।
3. फोन के डाटा को यह बहुत ही तेजी से निगलता है।
4. किसी भी गलत वीडियो की रिपोर्टिंग और शिकायत आप नहीं कर सकते हैं।
5. फीडबैक सर्विस उपलब्ध नहीं है, जिससे टिक टॉक को आवश्यक सुधार के लिए निवेदन कर सके।
6. टिक टॉक का Algorithm बिल्कुल नकारात्मक है। किसी को उसके रुचि के अनुसार कंटेंट दिखाने के बजाय कुछ भी दिखा देता है।
7. Tiktok एक चीनी एप्लीकेशन है इसके सुरक्षा मानकों और निजता का डर भी है क्योंकि वे दूसरे देश का ऐप है ।
यह टिक – टॉक ऐप की मुख्य 7 कमियां है । जो भारत के किसी और ऐप से तुलना की जाए तो ये सभी चीजे उसमे जरूर एड होती है लेकिन चीनी ऐप टिक टोक में यह चीजे एड नहीं है ।