राजस्थान में कांग्रेस के अंदर फूट अब जमकर सामने आने लगी है। राजस्थान के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है। यह कार्यवाही तब हुई है जब उनको बार-बार मनाया जा रहा है ताकि वह अपने विधायकों के साथ मीटिंग में वापस लौट आए। आज सुबह ही कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग थी जिसने उनको न्योता दिया गया था और कहा गया था कि मीटिंग में आ करके अपनी बात रखें।लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और इसी के आधार पर कांग्रेस पार्टी ने उन पर कार्यवाही की है। आपको बता दें कि सचिन पायलट पर यह पहली कार्यवाही है और अब सचिन पायलट के ऊपर और दबाव बढ़ने लगा है। साथ ही साथ सचिन पायलट के साथ अभी कितने विधायक हैं यह भी कुछ पता नहीं है। हालांकि सचिन पायलट ने दावा किया है कि 30 से अधिक विधायक सचिन पायलट के साथ हैं। अगर ऐसा होता है तो भी कांग्रेस सरकार राजस्थान में सुरक्षित रह सकती है। लेकिन अगर 7 से 8 इंडिपेंडेंट और 32- 35 विधायक सचिन पायलट के साथ आते तो सरकार अल्पमत में आ सकती है। कई विधायकों ने खुलेआम सचिन के साथ होने की बात कही है। कल सचिन पायलट के ऑफिस से एक वीडियो रिलीज हुआ था जिसमें सचिन पायलट समर्थक विधायक बैठे हुए थे। इनकी संख्या 25 से 30 बताई जा रही है।
प्रियंका गांधी मनाने में जुटी
आपको बता दें कि कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी सचिन पायलट को लगातार मना रही थी। लेकिन खबर यह भी आई थी कि सचिन पायलट उनका फोन कॉल नहीं उठा रहा है। इसके साथ ही साथ राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल ,डीके शिवकुमार ने भी सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की लेकिन उधर से कोई सकारात्मक रिस्पांस नहीं मिला। इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जितना सचिन पायलट को मौका दिया गया और उनको मनाया गया इतना आज तक कांग्रेस में किसी भी नेता के साथ नहीं हुआ है। रणदीप सुरजेवाला ने अनाउंस किया कि कांग्रेस पार्टी ने फैसला लिया है कि राजस्थान के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को पद से हटाया जाता है। हालांकि अभी सचिन पायलट पार्टी में है लेकिन आगे क्या फैसला लेंगे ये महत्वपूर्ण होगा।