उत्तर प्रदेश सरकार ने बकरीद को देखते हुए एक अहम फैसला लिया है। आपको बता दें कि 1 अगस्त को देशभर में बकरीद का त्यौहार मनाया जाएगा। लेकिन कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में कहीं भी भीड़ इकट्ठा करने के लिए मना किया गया है। मार्च में ही सरकार द्वारा आदेश जारी हो गया था कि किसी भी प्रकार की भीड़ इकट्ठा नहीं होगी। इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बकरीद से पहले एक अहम फैसला लिया है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय ने एक आदेश जारी किया है जिसमें यह कहा गया कि प्रदेश भर में कहीं भी खुले में मांस ले जाने पर रोक है। साथ ही साथ पूरे प्रदेश में कहीं भी बकरीद के दिन सामूहिक नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। इसके साथ ही यह भी आदेश जारी हुआ है कि कहीं भी बकरे की खुले में कुर्बानी नहीं दी जाएगी।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुछ मुस्लिम संगठन लगातार मांग कर रहे थे कि 1 अगस्त यानी बकरीद के दिन सरकार उनको सामूहिक नमाज पढ़ने की इजाजत देदे। बता दें कि संभल के सपा सांसद शफीकउर रहमान बर्क ने विवादित बयान भी दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर सरकार मुसलमानों को खुले में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने की इजाजत बकरीद के दिन दे देगी, तो पूरे देश के कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। इसके संबंध में उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर इसकी इजाजत भी मांगी थी।हालांकि अब उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय ने आदेश जारी कर दिया है जिसमें खुले में नमाज और खुले में मांस ले जाने दोनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।