अमन वर्मा
सुशांत सिंह राजपूत को मरे हुए अब 66 दिन से उपर हो गए हैं। रोज़ मीडिया में नए सबूत निकल कर आते हैं मगर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार इस मामले को बहुत हल्के में ले रही है। 66 दिन में एक भी FIR दर्ज नहीं की गई है,मगर जांच चल रही है, ये जांच किस आधार पर चल रही है ये एक बड़ा सवाल है।
आज एक और वीडियो ने खलबली मचा दी है, ये वीडियो 14 जून का है, जिसमे सुशांत के पार्थिव शरीर को स्ट्रेचर पर के जाया जा रहा है। इस वीडियो में सुशांत को स्ट्रेचर पर करवट लेटाया गया है, आम तौर पर ऐसा नहीं होता है, ये उस शक को और गहरा कर रहा है कि उस दिन सुशांत के साथ एक और व्यक्ति की मृत्यु हुई थी, ये सवाल शुरू से खड़े हो रहे थे, जबसे सुशांत के घर पर दो एंबुलेंस देखे गए थे। वहीं दूसरे वीडियो में सुशांत को एक सफ़ेद रंग के कपड़े में टांग कर ले जाया जा रहा है, आपको बता दें कि सुशांत की लंबाई 6 फीट थी, और आम तौर पर स्ट्रेचर की लंबाई 7 फीट की होती है, मगर फिर भी वीडियो में सुशांत के पैर स्ट्रेचर से बाहर निकलते दिख रहे हैं। ये सब सबूत एक ही तरफ इशारा कर रहे हैं कि उस दिन सुशांत के घर पर 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। ये दोनों वीडियो कई बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं आखिर मारने के बाद सुशांत की लंबाई कैसे बढ़ गई, कैसे एक 6 फ़ीट का व्यक्ति 7 फ़ीट के स्ट्रेचर से लंबा हो जाता है? क्यों सुशांत के पार्थिव शरीर को करवट लेटाया गया है? क्या उस दिन एक स्ट्रेचर पर 2 लाशों को लेटाया गया था?
जैसे जैसे दिन बीत रहे हैैं इस केस से जुड़े कई सबूत बाहर निकल कर आ रहे हैं, मगर हैरानी की बात है कि मुंबई पुलिस इन सभी सबूतों को दरकिनार कर के अपनी अलग थ्योरी बना रही है और लगातार सुशांत की मौत को आत्महत्या घोषित करने में लगी है।
वहीं इस केस में बड़ी खबर इस वक़्त सुप्रीम कोर्ट से आई है कि कल कोर्ट इस मामले पर अपना निर्णय देगा। जिसका मतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत के केस को CBI को सौंपना है या नहीं ये कल साफ हो जाएगा।