पिछले 67 दिनों से चल रही सुशांत सिंह राजपूत केस में आज सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है, और अब इस केस की जांच सीबीआई (CBI) करेगी। आपको बता दें कि पिछले 67 दिनों से सुशांत का परिवार और तमाम प्रशंसको के साथ रिपब्लिक और जन की बात की टीम लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही थी। जन की बात की टीम और रिपब्लिक की टीम लगभग हर रोज नए तथ्य लेकर आते थे और बताते थे कि कैसे मुंबई पुलिस जांच के साथ खिलवाड़ कर रही है और सबूतों को मुंबई पुलिस के सामने मिटाया जा रहा है। मगर महाराष्ट्र सरकार अपने ज़िद पर अडिग थीं।
आपको बता दे की जन की बात ने सुशांत केस पर सभी मीडिया पोर्टल से अधिक कवरेज किया है , हमने 160 से अधिक आर्टिकल इस मुद्दे पर लिखे हैं, साथ हीं जन की बात के CEO FOUNDER प्रदीप भंडारी ने अपने अनालिसिस वीडियो और TV डिबेट्स पर भी मजबूती के साथ सुशांत केस में CBI जांच की मांग उठाई थी। 11 अगस्त को प्रदीप भंडारी ने #JusticeForSSR कैंपैन के तहत महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस से सुशांत सिंह राजपूत केस से जुड़े 50 सवाल पूछे थे, और 50 ठोस कारण भी गिनाए थे, की क्यों CBI जांच जरूरी है।
आज अपने अनालिसिस वीडियो में प्रदीप भंडारी ने कहा कि इस केस मे सुप्रीम कोर्ट का फैसला मील का पत्थर साबित होगा, इस फैसले ने एक और महत्वपूर्ण संदेश दिया है की अब स्टेट पुलिस अपने मन मुताबिक जांच को नहीं घुमा सकती, और अगर दूसरे इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को ऐसा लगता है कि केस को घुमाया जा रहा है तो वो एजेंसी अपनी जांच भी शुरू कर सकती है। साथ हीं उन्होंने ये भी कहा कि अब CBI एक फ्रेश FIR दर्ज करेगी और हो सकता है कि जो अधिकारी अब तब सुशांत केस में जांच कर रहे थे उनपर भी FIR दर्ज की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि क्योंकि अब ED के साथ CBI भी जांच करेगी तो आने वाले दिनों में रिया चक्रवर्ती की भी गिरफ्तारी हो सकती है, साथ हीं अब संदिग्धों को कस्टडी में रख कर पूछताछ की जाएगी, जिससे की अहम जानकारी बाहर निकाल कर आएगी।
साथ हीं जन की बात के एडिटर इन चीफ प्रदीप भंडारी ने देश की जनता को भी धन्यवाद कहा है, जिस तरह से जनता ने इस मुहीम में अपना महत्वपूर्ण समर्थन दिया है।