जैसे-जैसे सुशांत सिंह राजपूत की न्याय के लिए रिपब्लिक और प्रदीप भंडारी आवाज को और बुलंद कर रहे हैं। वैसे वैसे उन पर हमले भी बढ़ रहे हैं। पहले रिपब्लिक टीवी के पत्रकारों को मुंबई पुलिस द्वारा परेशान किया गया। फिर कुछ बड़े मीडिया पर्सनैलिटी टि्वटर और सोशल मीडिया पर निशाना साधा। जब इससे भी बात ना बनी तब बॉलीवुड और मुंबई पुलिस रिपब्लिक और प्रदीप भंडारी के खिलाफ मीडिया के पत्रकारों को ही इस्तेमाल करने लगी।
आपको बता दें कि प्रदीप भंडारी जब शांति से अपना रिपोर्टिंग कर रहे थे उस वक्त बॉलीवुड के ड्रग कार्टेल के कहने पर एनडीटीवी और एबीपी न्यूज़ के गुंडा पत्रकारों ने प्रदीप भंडारी पर हमले की कोशिश की। बीच-बचाव करने आई पुलिस भी उन्हीं लोगों के साथ खड़ी दिखी। इससे यह पता चलता है कि सुशांत केस में सुशांत के हत्यारों को बचाने के लिए और ड्रग्स माफियाओं को बचाने के लिए मुंबई पुलिस और यह तथाकथित पत्रकार जो कि बॉलीवुड के इशारे पर काम कर रहे हैं, वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। प्रदीप भंडारी ने बताया कि वह सिर्फ शांति से एनसीबी ऑफिस के सामने अपना रिपोर्टिंग कर रहे थे। लेकिन अचानक से एनडीटीवी और एबीपी न्यूज़ के पत्रकार उनके ऊपर हमला करने के लिए आते हैं। बीच-बचाव में पुलिस आती है लेकिन पुलिस भी उन्हीं का साइड लेती है और चुपचाप खड़ी होकर देखती है। इससे यह साफ पता चलता है कि बॉलीवुड सच्चाई को दबाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है और इसमें प्रमुख एबीपी और एनडीटीवी के पत्रकारों का इस्तेमाल कर रहा है। बॉलीवुड एनडीटीवी और एबीपी न्यूज के गुंडे पत्रकारों से अब रिपब्लिक के पत्रकारों पर हमले करवाने की साजिश रच रहा है।