बंगाल के पहले चरण के चुनाव में अभी 12 दिन का वक्त बाकी है जबकि चुनावी नतीजे आने में करीब डेढ़ महीने का वक्त बाकी है, लेकिन चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर पहुंच चुकी हैं। आपको बता दें कि लगातार राजनीतिक दल एक दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बार नंदीग्राम से पर्चा भरा और जिस दिन वो पर्चा दाखिले के लिए गई उस दिन उनको चोट लग गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के लोगों ने उन पर हमला किया जबकि बाद में चुनाव आयोग को रिपोर्ट प्राप्त हुई। प्रशासन की ओर से रिपोर्ट में लिखा गया कि यह हमला नहीं बल्कि एक घटना थी। हालांकि अब ममता बनर्जी अस्पताल से बाहर आ चुकी हैं और चुनाव प्रचार भी उन्होंने शुरू कर दिया है। हालांकि वह व्हीलचेयर पर बैठकर प्रचार कर रही हैं और बीजेपी पर तरह तरह के आरोप भी लगा रही है। बीजेपी चुनाव में पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था को मुद्दा बना रही है। साथ ही साथ बीजेपी इस बार पश्चिम बंगाल के चुनाव में बेरोजगारी को भी एक मुख्य मुद्दा बना रही है।
आपको बता दें कि राजनीतिक दलों के तीखे हमले के बीच जन की बात ने ट्विटर पर एक पोल किया जिसमें हमने जनता से जानना चाहा कि इस बार बंगाल चुनाव में मुख्य मुद्दे क्या होंगे? इसके लिए हमने 4 ऑप्शन दिया। हमने जनता से पूछा कि इस बार चुनाव में सत्ता विरोधी लहर दिखेगी या फिर धार्मिक ध्रुवीकरण का असर होगा या फिर क्या इस बार बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बनेगा या फिर भ्रष्टाचार जिसकी बात बंगाल में राजनीतिक दल करते हैं? आपको बता दें कि जन की बात के ट्वीटर पोल में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और लोगों ने अपनी राय रखी। इस दौरान 22% लोगों ने माना कि इस बार बंगाल चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का असर दिखेगा तो 23% लोगों ने माना कि ध्रुवीकरण का असर चुनाव में होगा। वहीं पर महज 10% लोगों ने माना कि बेरोजगारी इस चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा जबकि 45% लोगों ने माना कि भ्रष्टाचार इस बार बंगाल चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा होगा।
What according to you is the biggest election issue in West Bengal?@pradip103 #BengalElections2021 #ElectionsWithPradeep
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) March 15, 2021