इंडिया न्यूज पर प्रदीप भंडारी का शो जनता का मुकदमा इन दिनों प्राइमटाइम के दर्शकों की पहली पसंद बन गया है। एक ओर जहां शो को करोड़ों लोग लाइव देख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ यह शो सोशल मीडिया पर लगातार टॉप ट्रेंड में बना हुआ है ।
कल जनता का मुकदमा पर प्रदीप भंडारी ने डासना देवी मंदिर में हुए स्वामी नरेशानंद पर जानलेवा हमले की सच्चाई देश की जनता के सामने रखी, साथ ही डासना देवी मंदिर में हुए हमले और जंतर मंतर पर लगे नारों के लिंक को भी आपस मे जोड़ा ।
इसी बहस में हिन्दू धर्मगुरु स्वामी चक्रपाणि महाराज और मुस्लिम स्कॉलर इलियास शराफुद्दीन आमने सामने आए । प्रदीप भंडारी ने दोनों से सीधे सवाल किए और एक शब्द में जवाब मांगा ।
स्वामी चक्रपाणि ने सीधा जवाब दिया: ‘जंतर मंतर पर लग रहे नारों की हम निंदा करते हैं और ऐसे लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए’
वहीं दूसरी तरफ जब प्रदीप भंडारी ने शराफुद्दीन से ये सवाल किया कि क्या डासना देवी मंदिर में मासूम साधु पर हुए हमले की आप निंदा करते हैं ?
तो इसके जवाब में शराफुद्दीन इधर उधर की अराजक बातें करने लगे, उन्होंने कहा कि ‘मंदिर में साधुओं के भेष में आतंकवादी रहते हैं’ और हंसते हुए कहा की जो हुआ ठीक हुआ।
उनकी बेशर्मी की हद तो ये थी कि शो के अंत तक उन्होंने मासूम साधु के ऊपर हुए हमले की निंदा नही की, और पूरी बहस के दौरान धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली बातें करते रहे ।
इसके बाद शो का यह वीडियो सोशल मीडिया पर कुछ घंटों के अंदर वायरल हो गया। लोगों ने यह वीडियो पोस्ट कर शराफुद्दीन की खूब आलोचना की और उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई गई ।
लोगों ने यह भी कहा कि इस तरह की भड़काऊ बातें करने से शराफुद्दीन की कट्टर सोंच और अराजक नियत साफ पता चल गई है और ऐसे लोग देश के लिए किसी धब्बे से कम नही ।
वीडियो के साथ साथ ट्विटर पर आज #कट्टरपंथ_को_प्रदीप_का_जवाब भी टॉप ट्रेंड कर रहा है ।
आपको बता दें कि जंतर मंतर पर लगे धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले नारों के बाद उसी रात करीब 3:30 बजे गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में एक अज्ञात हमलावर ने स्वामी नरेशानंद पर जानलेवा हमला किया था, हमले में क्रूरता और निर्ममता की सारी हदें पार करते हुए उनके ऊपर एक के बाद एक पेट मे कई गहरे वार किए गए ।
नरेशानंद को गंभीर हालत में गाजियाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां ऑपरेशन के बाद उनकी हालत नाजुक बनी हुई है । कहा ये भी जा रहा है कि यह हमला मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पर होने वाला था लेकिन हमलावर ने एक जैसे कपड़ों से भ्रमित होकर हमला नरेशानंद पर कर दिया ।