हर्षित, जन की बात
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु होने से देश के प्रत्येक नागरिक के मन में उनकी हत्या को लेकर विभिन्न रूप के सवाल उठ रहे हैं। लेकिन जनता का मुकदमा के पिछले एपिसोड में जनता के वकील प्रदीप भंडारी ने इन सभी सवालों का अंत किया और महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट का पर्दाफाश कर दिया। प्रदीप भंडारी ने जनता का मुकदमा के पिछले एपिसोड में देश को बताया कि किस तरीके से महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से बरामद किए गए सुसाइड नोट में सात अलग-अलग हस्ताक्षर किए गए थे। इस पर्दाफाश के बाद यह बात लगभग साफ हो चुकी है कि महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी हत्या करवाई गई है। महंत नरेंद्र गिरि के न्याय की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए जनता का मुकदमा के आज के एपिसोड में प्रदीप भंडारी ने देश के मशहूर हैंडराइटिंग एक्सपर्ट मानस मिश्रा को आमंत्रित किया और महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट पर हैंडराइटिंग एक्सपर्ट की राय देश के सामने रखी। प्रदीप भंडारी ने जब हैंडराइटिंग एक्सपोर्ट मानस मिश्रा को महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट दिखाया और उनके साथ उस पर चर्चा की तुम मानस मिश्रा जी ने साफ तौर पर कहा सुसाइड नोट में किए गए हस्ताक्षर महंत नरेंद्र गिरि के वास्तविक हस्ताक्षर से नहीं मिलते हैं। राइटिंग एक्सपर्ट मानस मिश्रा जी ने यह भी कहा कि सुसाइड नोट में जिन नामों का जिक्र किया गया है उन सभी लाभार्थियों की हैंडराइटिंग को मैच किया जाना चाहिए।
अब ऐसे में जब सुसाइड नोट को लेकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं हैंडराइटिंग एक्सपर्ट का यह मानना है कि यह हैंडराइटिंग किसी एक व्यक्ति की नहीं है बल्कि अलग-अलग लोगों ने सुसाइड नोट को लिखा है तो उत्तर प्रदेश पुलिस इस पर किस तरीके से आगे बढ़ेगी? प्रदीप भंडारी और जन की बात की महंत नरेंद्र गिरि को न्याय दिलाने की मुहिम अंतिम क्षण तक जारी रहेगी। जनता का मुकदमा का आज का एपिसोड देखने के लिए आप इन खबर यूट्यूब चैनल पर जा सकते हैं।
'Signatures don't match': Graphologist & hand writing expert Manas Mishra analyses Mahant Narendra Giri's 13 page suicide letter, debunks suicide theory on #JusticeForNarendraGiri MUKADMA on Pradeep Bhandari's show.@pradip103 @IndiaNews_itv @JMukadma #JantaKaMukadma pic.twitter.com/4mMRztBDgR
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) September 22, 2021