हर्षित , जन की बात
भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण महारथी अर्जुन को उपदेश देते वक्त कहते हैं :
जीवन्तं मृतवन्मन्ये देहिनं धर्मवर्जितम्।
मृतो धर्मेण संयुक्तो दीर्घजीवी न संशयः।।
अर्थात :
धर्महीन मनुष्य को जिंदा होने के बावजुद मैं मृत समजता हूँ । धर्मयुक्त इन्सान मर कर भी दीर्घायु रहेता है उस में संदेह नहीं ।
हमारे पुराणों में किसी व्यक्ति के धर्म को उसके कर्म का ही दूसरा स्वरूप बताया गया है। जिस प्रकार अग्नि का धर्म जलाना और जल का धर्म गिला करना होता है उसी प्रकार से एक पत्रकार का धर्म होता है न्याय की आवाज उठाना और पीड़ितों की आवाज बनना। हम आप सभी पाठकों का धन्यवाद करते हैं कि आप सभी ने जनता के वकील प्रदीप भंडारी को अपार समर्थन दिया और महंत नरेंद्र गिरि जी को न्याय दिलाने की मुहिम को सफल बनाया। उत्तर प्रदेश सरकार ने महंत नरेंद्र गिरि जी की मृत्यु के मामले में जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला ले लिया है।
जनता का मुकदमा के आज के एपिसोड में अतिथि के रूप में धर्मगुरु रिद्देश्वर महाराज उपस्थित रहे। उन्होंने महंत नरेंद्र गिरि जी के न्याय की आवाज उठाने के लिए प्रदीप भंडारी का धन्यवाद किया और कहा “आज से कुछ समय पहले तक सनातन धर्म की कोई आवाज नहीं , कोई सनातन धर्म के लिए नहीं बात नही करता था लेकिन आज सनातन धर्म का एक बेटा प्रदीप भंडारी सनातन धर्म के लिए लड़ा है और न्याय के लिए लड़ा है”।
महंत नरेंद्र गिरि जी की संदिग्ध मृत्यु के बाद से ही पूरे देश में शोक का माहौल है। समस्त संत समाज महंत जी की इस अकाल और संदिग्ध मृत्यु से स्तब्ध है और महंत जी के करीबी रहे सभी संतों का मानना है की स्वर्गीय महंत नरेंद्र गिरि जी कभी ऐसा कदम उठा ही नहीं सकते थे। जनता का मुकदमा में जनता के वकील प्रदीप भंडारी ने महंत नरेंद्र गिरि जी की संदिग्ध मृत्यु के पीछे के रहस्य को सुलझाने के लिए एक मुहिम चलाई और जनता के सामने महंत जी के कमरे से बरामद किए गए सुसाइड नोट के आधार पर यह साबित किया कि उन्होंने कोई आत्महत्या नहीं करी बल्कि उनकी हत्या की गई।जनता के वकील प्रदीप भंडारी ने मंहत नरेंद्र गिरि को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई जांच की मांग उठाई और आज प्रदीप भंडारी की इस मुहिम को आप लोगों का अपार समर्थन मिलने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले सीबीआई जांच का सुझाव दिया। ये जीत मात्र प्रदीप भंडारी और उनकी टीम की जीत नही है बल्कि पूरे संत समाज की जीत है, ये सनातन धर्म को बदनाम होने से बचाने के लिए लड़ रहे सनातन धर्म के बेटे के जीत है।