तोषी मैंदोला, जन की बात
“ऑपरेशन उरी” के दौरान पकड़े गए पाकिस्तानी आंतकी अली बाबर पात्रा ने कैमरे पर कबूल किया पाकिस्तान की आंतकी साजिश को। 19 साल के पाकिस्तानी आंतकी अली बाबर ने कैमरे पर पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा कि “पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के उरी में आंतकी हमले को अंजाम देना के लिए ट्रेनिंग दी थी और आईएसआई ने रुपए का लालच दिया था”। अली बाबर ने आगे कहा कि “पाकिस्तान सेना ने 3 हफ्तों तक हमें आंतक फैलाने का ट्रेनिंग दी थी। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ने के लिए आईएसआई ने 20 हजार रुपए दिए थे। फैक्ट्री में काम करने के दौरान लश्कर ए तैयबा के आंतकवादी से मुलाकात हुई थी। अनाथ और गरीबों को जिहाद के लिए तैयार करता है लश्कर ए तैयबा। इसके अलावा हमें बोला गया कि कश्मीर पर जुल्म होता हैं”।
पाकिस्तानी आतंकवादी बाबर अली पात्रा पाकिस्तान के पंजाब के ओखरा का रहने वाला है। जो दक्षिण लाहौर पर स्थित है। भारतीय सेना ने सर्च ऑपरेशन के दौरान जम्मू-कश्मीर के उरी इलाके से महज 19 साल के अली बाबर को गिरफ्तार किया था। अली बाबर ने अपने पूरे कबूलनामे में अपनी बूढ़ी मां का भी जिक्र करते हुए कहा कि “हम 3 दिनों से जंगल में चल रहे थे। हिंदुस्तानी फौज से बचने के लिए मैने गोली चलाई लेकिन मुझे लगा कि अब मैं जिंदा बच नहीं पाऊंगा। मेरी बूढ़ी मां घर पर मेरी राह देख रही हैं। उसे मैं यही कह कर आया था मुझे बहुत पैसा मिलेगा और कश्मीर से लौटकर हमारी सारी तकलीफें दूर हो जाएगी। उस दौरान मैंने आत्मसमर्पण की चेतावनी सुनी, पहले सोचा धोखा है लेकिन फिर मैने आत्मसमर्पण कर दिया यह सोचकर कि मरना तो है ही”।
आपको बता दें कि कश्मीर के उरी सेक्टर में पाकिस्तान बड़ी आंतकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। लेकिन पाकिस्तान कुछ कर पाता इससे पहले ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान की हर मुमकिन कोशिश को बेनकाब कर दिया। 18 सितंबर से शुरू किए गए इस ऑपरेशन में लगभग 7 आतंकवादियों को मार गिराया है और इस बीच लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया है। भारतीय सेना के मुताबिक ऑपरेशन उरी के तहत 26 सितंबर को एक आतंकवादी को सेना ने ढेर कर दिया और दूसरे आतंकवादी ने आत्मसमर्पण कर दिया था।
मीडिया से बातचीत के दौरान 19 डिफ़ेन्ड्री डिवीजन के जीओसी वीरेंद्र वत्स कहते हैं कि उरी ऑपरेशन में भारतीय सेना को बड़ी सफलता मिली है। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने कई आतंकवादियों को मार गिराया है और लश्कर-ए-तैयबा के एक सदस्य अली बाबर को जिंदा गिरफ्तार कर लिया गया है। इस दौरान एके-47 के 7 हथियार और रिवाल्वर, 80 से ज्यादा ग्रेनेड और भारतीय, पाकिस्तान की बड़ी मात्रा में करेंसी बरामद की गई है।